Purnea

Jan 11 2024, 18:31

बी. कोठी में आंगनबाड़ी सेविका एवं जीविका दीदियों द्वारा लैंगिक हिंसा के विरुद्ध लोगों को किया गया जागरूक

पूर्णिया – बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत "नई चेतना- पहल एक बदलाव की ओर" कार्यक्रम में लैंगिक हिंसा के विरुद्ध महिलाओं को जागरूक करने के लिए समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) द्वारा जिले के बी. कोठी प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं और जीविका दीदियों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान क्षेत्र के सभी लोगों को महिलाओं के विकास में बाधक बन रहे विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए उन्हें लोगों को इसे खत्म करने के लिए जागरूक किया गया। 

लोगों को बताया गया कि समाज में अभी भी बहुत सी कुरीतियां हैं,जिसके कारण महिलाओं का मुख्य रूप से विकास नहीं हो सकता। इसे समाप्त करने से सभी क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा सहयोग मिलेगा और हमारा देश, हमारी संस्कृति का बहुत विकास संभव हो सकेगा।

किसी भी क्षेत्र में महिलाएं किसी पुरूष से कम नहीं : सीडीपीओ

बी. कोठी आईसीडीएस सीडीपीओ रेणु कुमारी ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। अगर उन्हें उनके अभिव्यक्ति के लिए आजाद किया जाए तो उनके द्वारा घर-परिवार के दायित्यों, कार्यों को निभाने के साथ साथ ऑफिस या अन्य कार्यों की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रही है। घर के साथ साथ बाहर के कार्यों में महिलाओं के योगदान की जितनी भी सहारना भी जाए वो कम है। उनके सहयोग के कारण ही हमारा देश आज मंगल ग्रह तक पहुंच सका है। 

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को सार्थक बनाने के लिए हर परिवार को बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच स्थापित करते हुए उन्हें बेटों की तरह आगे बढ़ने में सहयोग करना चाहिए। लोगों को पुराने खयालों से बाहर आकर सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने की जरूरत है। हालांकि वर्तमान समय में बेटियों के प्रति सामाजिक स्तर पर बहुत बदलाव हुआ है लेकिन बहुत से क्षेत्रों में सभी और सकारात्मक बदलाव की जरूरत है। जैसे जैसे लोगों की मानसिकता बदलेगी, बेटियां और आगे बढ़ेगी और हर क्षेत्र में कामयाबी की मिसाल पेश करेंगी।

कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह और दहेज प्रथा की रोकथाम से होगा बेटियों का उत्थान

आईसीडीएस डीपीओ रीना श्रीवास्तव द्वारा बताया गया है कि जागरूकता अभियान में उपस्थित लोगों को बताया गया कि बेटियों के विकास में सहायक बनने के लिए सभी लोगों को लैंगिक हिंसा के विरुद्ध जागरूक होने की जरूरत है। आज भी हमारे समाज में बहुत से कन्याओं का भ्रूण हत्या की जाती है। भ्रूण हत्या करना कानूनन अपराध है। लेकिन अभी भी लोगों द्वारा चोरी छुपे इसका उपयोग कर जन्म से पहले ही कन्याओं की हत्या की जाती है। जन्म के बाद भी बहुत से कन्याओं को कहीं भी खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया जाता है। बहुत जगह दहेज की जिम्मेदारी को खत्म करने के लिए जन्म के बाद बहुत कम उम्र में बेटियों की शादी करवा दी जाती है। यह सभी लैंगिक हिंसा के विरुद्ध आता है जो बेटियों को आगे बढ़ने से रोक देता है। मौका मिलने पर आज हर क्षेत्र में बेटियां बेटों से भी आगे बढ़ रहीं हैं। बेटियों को थोड़ा सा सहयोग मिलेगा तो वे बहुत आगे बढ़ सकती है। इसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है जिससे कि बेटियों को मौका मिल सके और वे अपने परिवार के साथ साथ अपने क्षेत्र, अपने देश का नाम आगे कर सके।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

Aurangabad

Dec 09 2023, 19:23

औरंगाबाद: "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत जागरुकता रैली का आयोजन

औरंगाबाद: "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 09 दिसंबर को महिला एवं बाल विकास निगम, जीविका एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा रोकने के मुद्दों पर जागरुकता रैली का आयोजन समाहरणालय परिसर औरंगाबाद से किया गया।

रैली को हरी झंडी दिखाकर जिला पदाधिकारी महोदय ने रवाना किया! रैली को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी महोदय ने उपस्थित महिलाओ एवं छात्राओं को हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने,कभी मूकदर्शक बनकर नहीं रहने , सहायता देने में पीछे नहीं रहने, सबके साथ समान व्यवहार करने, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङने एवं इसकी शुरुआत हम अपने घर से करें जैसे विन्दुओं के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि हम सभी लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करें! इसके लिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे आना होगा और हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङनी होगी! लङकियां आज हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं सिर्फ उन्हें अवसर देने की आवश्यकता है! जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि नई चेतना अभियान-पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम 25 नवम्बर से शुरु हुआ जो 20 दिसंबर तक चलेगा इसके तहत महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में जिला,प्रखंड,पंचायत,विद्यालय, आंगनबाङी केंद्र,क्लस्टर लेवल फेडरेशन, ग्राम संगठन एवं स्वयं सहायता समूह स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम, शपथ ग्रहण, सखी वार्ता, जागरकता रैली, परिचर्चा, सेमिनार, भाषण पेंटिंग रंगोली प्रतियोगिता इत्यादि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं! इसी कङी में आज जिलास्तरीय जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।

रैली में जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक एवं जीविका के पदाधिकारी,जिला मिशन समन्वयक,महिला पर्यवेक्षिका,जीविका दीदी, विद्यालय की छात्राएं, आंगनबाङी सेविका सहायिका, ICDS के कर्मी , वन स्टाॅप सेंटर, अल्पावास गृह कर्मी एवं विद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया। रैली समाहरणालय परिसर से निकलकर रमेश चौक होते हुए जामा मस्जिद से पुनः वापस ब्लाक मोङ होते हुए समाहरणालय परिसर आकर समाप्त हुआ।

Aurangabad

Nov 30 2023, 17:51

घरेलू और लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए सखी वार्ता का हुआ आयोजन

औरंगाबाद - "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 30 नवम्बर को महिला एवं बाल विकास निगम, जीविका एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा रोकने के मुद्दों पर सखी वार्ता का आयोजन आंगनबाङी केंद्र सह उच्च माध्यमिक विद्यालय कर्मा भगवान, औरंगाबाद में किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबंधक,महिला एवं बाल विकास निगम ने उपस्थित महिलाओ एवं छात्राओं को हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने,कभी मूकदर्शक बनकर नहीं रहने , सहायता देने में पीछे नहीं रहने, सबके साथ समान व्यवहार करने, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङने एवं इसकी शुरुआत हम अपने घर से करें जैसे विन्दुओं के बारे में बताया!  

उन्होंन कहा कि हम सभी लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करें! इसके लिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे आना होगा और हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङनी होगी! लङकियां आज हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं सिर्फ उन्हें अवसर देने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा महिलाओ एवं बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है मिशन शक्ति योजनान्तर्गत इनके सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए कार्य किया जा रहा है! इनके हर तरह की समस्या समाधान के लिए वन स्टाॅप सेंटर, जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन कार्यालय का संचालन किया जा रहा है जो समाहरणालय परिसर औरंगाबाद में अवस्थित है। 

इसके साथ ही महिला हेल्पलाइन नंबर 181 तथा आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 की जानकारी सबों को दी गई!उन्होंने उपस्थित छात्राओं को गुड टच और बैड टच के बारे में भी बताया !साथ ही कहा कि नई चेतना अभियान-पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम 25 नवम्बर से शुरु हुआ जो 20 दिसंबर तक चलेगा इसके तहत महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में जिला,प्रखंड,पंचायत,विद्यालय, आंगनबाङी केंद्र,क्लस्टर लेवल फेडरेशन, ग्राम संगठन एवं स्वयं सहायता समूह स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम, शपथ ग्रहण, सखी वार्ता, जागरकता रैली, परिचर्चा, सेमिनार, भाषण पेंटिंग रंगोली प्रतियोगिता इत्यादि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं! जिला मिशन समन्वयक ने जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन के कार्यों, महिलाओ एवं बालिकाओं के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया! 

महिला पर्यवेक्षिका एवं विद्यालय के शिक्षक ने भी कार्यक्रम को संबोधित किए! कार्यक्रम में गांव की महिलाएं, विद्यालय की छात्राएं, आंगनबाङी सेविका सहायिका एवं विद्यालय के शिक्षकों की उपस्थिति रही।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Patna

Mar 07 2023, 13:23

बिहार वैश्य समाज द्वारा धूमधाम से होली मिलन समारोह का किया गया आयोजन, फगुआ के गीत पर झूमे लोग

पटना : राजधानी पटना के फ्रेज़र रोड स्थित कासा पिकोला होटल में बिहार वैश्य महासभा द्वारा होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में जम कर रंग गुलाल उड़ाए गए। फगुआ गानों पर बिहार भर से आये बिहार वैश्य महासभा के तमाम सदस्य खूब झूम कर नाच गा रहे थे। इस समारोह की अध्यक्षता डा. आनन्द कुमार (एडवोकेट, पटना हाईकोर्ट) ने किया।

होली मिलन समारोह के साथ महिला दिवस के पूर्व संध्या पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ उन्हें मानसिक, यथासंभव आर्थिक मदद करने तथा पीड़ित जरूरत मंद महिलाओं के केस हाई कोर्ट तथा सुप्रीमकोर्ट तक मुफ्त में केस लड़ने की घोषणा भी की गई तथा समाज के गरीब छात्राओं को आर्थिक मदद भी की गई। 

संगठन लगभग हर महीने लाखो रुपये इस ओंर खर्च कर रही है। इन्ही संकल्पों संग एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर सभी लोगों ने होली की बधाई दी। इस अवसर पर आगामी 23 अप्रैल (रविवार) को पटना के स्थानीय सभागार मे भामाशाह जयंती को भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया।

इस अवसर पर दिलीप गुप्ता (प्रधान महासचिव) पी. के चौधरी (उपाध्यक्ष), डा० संजय कुमार (उपाध्यक्ष), डा० अमित केसरी, वीणा मानवी, कोति केसरी, कोमल वर्णवाल, रंजीत कुमार राणा, अतुल कुमार अभि, रीना गुप्रा, रेणु गुप्ता, आशुतोष अग्रहरि, राजीव कुमार गुप्ता, कृष्ण मुरारी, विपुल गाँधी, राधे गुप्ता, संगीता, कल्याणी, निशा, ममता, सूरज, डॉ प्रवीण साहू इत्यादि अग्रवाल समेत सैकड़ो गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Purnea

Jan 11 2024, 18:31

बी. कोठी में आंगनबाड़ी सेविका एवं जीविका दीदियों द्वारा लैंगिक हिंसा के विरुद्ध लोगों को किया गया जागरूक

पूर्णिया – बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत "नई चेतना- पहल एक बदलाव की ओर" कार्यक्रम में लैंगिक हिंसा के विरुद्ध महिलाओं को जागरूक करने के लिए समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) द्वारा जिले के बी. कोठी प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं और जीविका दीदियों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान क्षेत्र के सभी लोगों को महिलाओं के विकास में बाधक बन रहे विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए उन्हें लोगों को इसे खत्म करने के लिए जागरूक किया गया। 

लोगों को बताया गया कि समाज में अभी भी बहुत सी कुरीतियां हैं,जिसके कारण महिलाओं का मुख्य रूप से विकास नहीं हो सकता। इसे समाप्त करने से सभी क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा सहयोग मिलेगा और हमारा देश, हमारी संस्कृति का बहुत विकास संभव हो सकेगा।

किसी भी क्षेत्र में महिलाएं किसी पुरूष से कम नहीं : सीडीपीओ

बी. कोठी आईसीडीएस सीडीपीओ रेणु कुमारी ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। अगर उन्हें उनके अभिव्यक्ति के लिए आजाद किया जाए तो उनके द्वारा घर-परिवार के दायित्यों, कार्यों को निभाने के साथ साथ ऑफिस या अन्य कार्यों की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रही है। घर के साथ साथ बाहर के कार्यों में महिलाओं के योगदान की जितनी भी सहारना भी जाए वो कम है। उनके सहयोग के कारण ही हमारा देश आज मंगल ग्रह तक पहुंच सका है। 

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को सार्थक बनाने के लिए हर परिवार को बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच स्थापित करते हुए उन्हें बेटों की तरह आगे बढ़ने में सहयोग करना चाहिए। लोगों को पुराने खयालों से बाहर आकर सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने की जरूरत है। हालांकि वर्तमान समय में बेटियों के प्रति सामाजिक स्तर पर बहुत बदलाव हुआ है लेकिन बहुत से क्षेत्रों में सभी और सकारात्मक बदलाव की जरूरत है। जैसे जैसे लोगों की मानसिकता बदलेगी, बेटियां और आगे बढ़ेगी और हर क्षेत्र में कामयाबी की मिसाल पेश करेंगी।

कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह और दहेज प्रथा की रोकथाम से होगा बेटियों का उत्थान

आईसीडीएस डीपीओ रीना श्रीवास्तव द्वारा बताया गया है कि जागरूकता अभियान में उपस्थित लोगों को बताया गया कि बेटियों के विकास में सहायक बनने के लिए सभी लोगों को लैंगिक हिंसा के विरुद्ध जागरूक होने की जरूरत है। आज भी हमारे समाज में बहुत से कन्याओं का भ्रूण हत्या की जाती है। भ्रूण हत्या करना कानूनन अपराध है। लेकिन अभी भी लोगों द्वारा चोरी छुपे इसका उपयोग कर जन्म से पहले ही कन्याओं की हत्या की जाती है। जन्म के बाद भी बहुत से कन्याओं को कहीं भी खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया जाता है। बहुत जगह दहेज की जिम्मेदारी को खत्म करने के लिए जन्म के बाद बहुत कम उम्र में बेटियों की शादी करवा दी जाती है। यह सभी लैंगिक हिंसा के विरुद्ध आता है जो बेटियों को आगे बढ़ने से रोक देता है। मौका मिलने पर आज हर क्षेत्र में बेटियां बेटों से भी आगे बढ़ रहीं हैं। बेटियों को थोड़ा सा सहयोग मिलेगा तो वे बहुत आगे बढ़ सकती है। इसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है जिससे कि बेटियों को मौका मिल सके और वे अपने परिवार के साथ साथ अपने क्षेत्र, अपने देश का नाम आगे कर सके।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

Aurangabad

Dec 09 2023, 19:23

औरंगाबाद: "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत जागरुकता रैली का आयोजन

औरंगाबाद: "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 09 दिसंबर को महिला एवं बाल विकास निगम, जीविका एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा रोकने के मुद्दों पर जागरुकता रैली का आयोजन समाहरणालय परिसर औरंगाबाद से किया गया।

रैली को हरी झंडी दिखाकर जिला पदाधिकारी महोदय ने रवाना किया! रैली को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी महोदय ने उपस्थित महिलाओ एवं छात्राओं को हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने,कभी मूकदर्शक बनकर नहीं रहने , सहायता देने में पीछे नहीं रहने, सबके साथ समान व्यवहार करने, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङने एवं इसकी शुरुआत हम अपने घर से करें जैसे विन्दुओं के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि हम सभी लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करें! इसके लिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे आना होगा और हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङनी होगी! लङकियां आज हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं सिर्फ उन्हें अवसर देने की आवश्यकता है! जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि नई चेतना अभियान-पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम 25 नवम्बर से शुरु हुआ जो 20 दिसंबर तक चलेगा इसके तहत महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में जिला,प्रखंड,पंचायत,विद्यालय, आंगनबाङी केंद्र,क्लस्टर लेवल फेडरेशन, ग्राम संगठन एवं स्वयं सहायता समूह स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम, शपथ ग्रहण, सखी वार्ता, जागरकता रैली, परिचर्चा, सेमिनार, भाषण पेंटिंग रंगोली प्रतियोगिता इत्यादि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं! इसी कङी में आज जिलास्तरीय जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।

रैली में जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक एवं जीविका के पदाधिकारी,जिला मिशन समन्वयक,महिला पर्यवेक्षिका,जीविका दीदी, विद्यालय की छात्राएं, आंगनबाङी सेविका सहायिका, ICDS के कर्मी , वन स्टाॅप सेंटर, अल्पावास गृह कर्मी एवं विद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया। रैली समाहरणालय परिसर से निकलकर रमेश चौक होते हुए जामा मस्जिद से पुनः वापस ब्लाक मोङ होते हुए समाहरणालय परिसर आकर समाप्त हुआ।

Aurangabad

Nov 30 2023, 17:51

घरेलू और लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए सखी वार्ता का हुआ आयोजन

औरंगाबाद - "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 30 नवम्बर को महिला एवं बाल विकास निगम, जीविका एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा रोकने के मुद्दों पर सखी वार्ता का आयोजन आंगनबाङी केंद्र सह उच्च माध्यमिक विद्यालय कर्मा भगवान, औरंगाबाद में किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबंधक,महिला एवं बाल विकास निगम ने उपस्थित महिलाओ एवं छात्राओं को हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने,कभी मूकदर्शक बनकर नहीं रहने , सहायता देने में पीछे नहीं रहने, सबके साथ समान व्यवहार करने, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङने एवं इसकी शुरुआत हम अपने घर से करें जैसे विन्दुओं के बारे में बताया!  

उन्होंन कहा कि हम सभी लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करें! इसके लिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे आना होगा और हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङनी होगी! लङकियां आज हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं सिर्फ उन्हें अवसर देने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा महिलाओ एवं बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है मिशन शक्ति योजनान्तर्गत इनके सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए कार्य किया जा रहा है! इनके हर तरह की समस्या समाधान के लिए वन स्टाॅप सेंटर, जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन कार्यालय का संचालन किया जा रहा है जो समाहरणालय परिसर औरंगाबाद में अवस्थित है। 

इसके साथ ही महिला हेल्पलाइन नंबर 181 तथा आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 की जानकारी सबों को दी गई!उन्होंने उपस्थित छात्राओं को गुड टच और बैड टच के बारे में भी बताया !साथ ही कहा कि नई चेतना अभियान-पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम 25 नवम्बर से शुरु हुआ जो 20 दिसंबर तक चलेगा इसके तहत महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में जिला,प्रखंड,पंचायत,विद्यालय, आंगनबाङी केंद्र,क्लस्टर लेवल फेडरेशन, ग्राम संगठन एवं स्वयं सहायता समूह स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम, शपथ ग्रहण, सखी वार्ता, जागरकता रैली, परिचर्चा, सेमिनार, भाषण पेंटिंग रंगोली प्रतियोगिता इत्यादि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं! जिला मिशन समन्वयक ने जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन के कार्यों, महिलाओ एवं बालिकाओं के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया! 

महिला पर्यवेक्षिका एवं विद्यालय के शिक्षक ने भी कार्यक्रम को संबोधित किए! कार्यक्रम में गांव की महिलाएं, विद्यालय की छात्राएं, आंगनबाङी सेविका सहायिका एवं विद्यालय के शिक्षकों की उपस्थिति रही।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Patna

Mar 07 2023, 13:23

बिहार वैश्य समाज द्वारा धूमधाम से होली मिलन समारोह का किया गया आयोजन, फगुआ के गीत पर झूमे लोग

पटना : राजधानी पटना के फ्रेज़र रोड स्थित कासा पिकोला होटल में बिहार वैश्य महासभा द्वारा होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में जम कर रंग गुलाल उड़ाए गए। फगुआ गानों पर बिहार भर से आये बिहार वैश्य महासभा के तमाम सदस्य खूब झूम कर नाच गा रहे थे। इस समारोह की अध्यक्षता डा. आनन्द कुमार (एडवोकेट, पटना हाईकोर्ट) ने किया।

होली मिलन समारोह के साथ महिला दिवस के पूर्व संध्या पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ उन्हें मानसिक, यथासंभव आर्थिक मदद करने तथा पीड़ित जरूरत मंद महिलाओं के केस हाई कोर्ट तथा सुप्रीमकोर्ट तक मुफ्त में केस लड़ने की घोषणा भी की गई तथा समाज के गरीब छात्राओं को आर्थिक मदद भी की गई। 

संगठन लगभग हर महीने लाखो रुपये इस ओंर खर्च कर रही है। इन्ही संकल्पों संग एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर सभी लोगों ने होली की बधाई दी। इस अवसर पर आगामी 23 अप्रैल (रविवार) को पटना के स्थानीय सभागार मे भामाशाह जयंती को भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया।

इस अवसर पर दिलीप गुप्ता (प्रधान महासचिव) पी. के चौधरी (उपाध्यक्ष), डा० संजय कुमार (उपाध्यक्ष), डा० अमित केसरी, वीणा मानवी, कोति केसरी, कोमल वर्णवाल, रंजीत कुमार राणा, अतुल कुमार अभि, रीना गुप्रा, रेणु गुप्ता, आशुतोष अग्रहरि, राजीव कुमार गुप्ता, कृष्ण मुरारी, विपुल गाँधी, राधे गुप्ता, संगीता, कल्याणी, निशा, ममता, सूरज, डॉ प्रवीण साहू इत्यादि अग्रवाल समेत सैकड़ो गणमान्य लोग उपस्थित रहे।